Jump to content
सोशल मीडिया / गुरु प्रभावना धर्म प्रभावना कार्यकर्ताओं से विशेष निवेदन ×
नंदीश्वर भक्ति प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज

साधक का कार्य क्षेत्र


संयम स्वर्ण महोत्सव

547 views

साधक का कार्य क्षेत्र

 

भूमितल बहुत विशाल है और इसमें नाना विचारों के आदमी निवास करते हैं, कोई बुरी आदत वाला आदमी है तो कोई कुछ अच्छी आदत वाला। एवं मनुष्य का हिसाब ही कुछ ऐसा है कि यह जैसे की संगति में रहता है तो प्रायः आप भी वैसा ही हो रहता है जिसमें भी अच्छे के पास में रह कर अच्छाई को बहुत कम पकड़ पाता है किन्तु बुरे के पास में होकर बुराई को बहुत शीघ्र ले लेता है जैसे कि उजला कपड़ा कोयलों पर गिरते ही मैला हो जाता है परन्तु फिर वही साबुन पर गिर कर उजला बन जाता है, सो बात नहीं कर्तव्य पथ प्रदर्शन उसे उजला बनाने के लिए उसके ऊपर साबुन चुपड़ना होगा और फिर पानी से उसे धोना होगा फिर कहीं वह उजला बन सकेगा।

 

अत: अपने आपको बुराइयों से बचाये रखने के लिए और भलाई को प्राप्त करने के लिए मनुष्य को चाहिये कि वह अपना निवास भले आदमियों के सहवास में बनावे। उन्हीं के साथ में अपने लेन-देन का संसगई स्थापित करे। ऐसे ही स्थानों में अपना आना-जाना भी रखे जहां पर कि अधिकतर भले आदमी निवास करते हों नशेबाज, मांसखोर, व्यसनी, दुराचारी आदमियों का अधिपत्य होने से जहां जाने पर अपने भले आचार-विचार में शिथिलता आती दीखे ऐस स्थानों में जाने आने पर परित्याग कर दें।

 

0 Comments


Recommended Comments

There are no comments to display.

Create an account or sign in to comment

You need to be a member in order to leave a comment

Create an account

Sign up for a new account in our community. It's easy!

Register a new account

Sign in

Already have an account? Sign in here.

Sign In Now
  • बने सदस्य वेबसाइट के

    इस वेबसाइट के निशुल्क सदस्य आप गूगल, फेसबुक से लॉग इन कर बन सकते हैं 

    आचार्य श्री विद्यासागर मोबाइल एप्प डाउनलोड करें |

    डाउनलोड करने ले लिए यह लिंक खोले https://vidyasagar.guru/app/ 

     

     

×
×
  • Create New...