अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए दान करना आवश्यक है : आचार्य विद्यासागर
अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए दान करना आवश्यक है : आचार्य विद्यासागर
धन सब के पास दो प्रकार का होता है एक धन घूमता रहता है और दूसरा धन स्थिर रहता है अपना प्रभुत्व बनाए रखने के लिए दान करना आवश्यक है ये बात आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने शनिवार को भाग्योदय तीर्थ में शनिवार काे एक धर्मसभा में कही। आचार्यश्री ने कहा कि शरीर में आत्मा रह रही है शरीर आत्मा नहीं है। शरीर साथ नहीं दे रहा हो तो आत्मा कहती है मेरे पास पंख हैं, तुम्हारे पैर अब किसी काम के नहीं हैं। आप शरीर के नहीं आत्मा के दास बनो। आचार्यश्री ने कहा आप दूसरों के नियंत्रण में नहीं अपने नियंत्रण में चलें अधिक तेज रक्त के चलने से चक्कर आ जाते हैं। आप बाहर से तो स्वस्थ दिखते हो पर भीतर से मंदी रहती है। आप यदि ताली बजाओगे तो गर्मी भी आ जाएगी। धर्म ध्यान करना चाहो तो ध्यान निर्धारित करो। जैसे रक्त अनुपात से जरूरी है वैसे आप भी अपने अनुपात से रहो। आचार्यश्री ने कहा कि अपनी आत्मकथा की बात करो सब के पास अपनी आत्मकथा है। हमारी कथा आपके पास नहीं है और आप की कथा हमारे पास नहीं है। यह दोनों की व्यथा है। आत्मकथा में कोई व्यथा नहीं होना चाहिए। एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए शरीर में रक्त का होना अनिवार्य है।
आचार्य श्री के पाद प्रक्षालन का अवसर दिनेश जैन अमरदीप और जयदीप जैन चितौरा परिवार और विजय जैन पड़ा को प्राप्त हुआ। जिनेश जैन सुरखी और रविकांत जैन नेहानगर ने आचार्यश्री को शास्त्र भेंट किए। आचार्यश्री की पूजन नेहा नगर जैन समाज मकरोनिया, सागर में पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों और मोराजी की पाठशाला के बच्चों ने की। आचार्यश्री की आहारचर्या हथकरघा के माध्यम से लोगों को रोजगार दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही ब्रह्मचारिणी रेखा दीदी, डॉ. नीलम दीदी और डॉक्टर राजा जैन के चौके में हुई।
डीआईजी पुलिस राकेश जैन को भी आचार्य श्री को आहार देने का अवसर मिला। इस माैके पर तीन प्रतिमाएं सहस्त्रकूट जिनालय के लिए देने की घोषणा हुई। किरण शील चंद जैन, अशोक जैन अंकुर कॉलोनी, राकेश जैन, सौरभ जैन, आदि ने इसका प्रण लिया।
आचार्यश्री के रविवारीय प्रवचन होंगे आज
भाग्योदय तीर्थ में अाचार्यश्री विद्यासागर महाराज के रविवारीय मंगल प्रवचन दोपहर 2 बजे से बड़े पंडाल में होंगे। मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि यहां अभी आचार्य संघ में 48 मुनि महाराज और 49 आर्यिकाएं माताजी विराजमान हैं। रविवार को जैन समाज ढाना और अंकुर कॉलोनी मकरोनिया जैन समाज के द्वारा आचार्यश्री की बुंदेली पूजन सुबह 8.45 बजे से प्रारंभ होगी। आर्यिका पूर्णमति माताजी का विहार झांसी से सागर की ओर चल रहा है इस संघ में 8 माताजी हैं। 15 फरवरी को आर्यिका संघ के सागर प्रवेश की संभावना है।
6 दिवसीय निशुल्क आयुर्वेदिक शिविर आज से
भाग्योदय में कैंसर के लिए आयुर्वेदिक औषधि का निशुल्क वितरण दिव्यांग संरक्षण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक केसरीमल जैन बागीदौरा राजस्थान द्वारा किया जा रहा है। यह शिविर रविवार से शुरू हाेकर 15 फरवरी तक चलेगा। इसी दवा से स्वयं का कैंसर ठीक हाेने का दावा करने वाले जैन इससे पहले मुंबई, हल्दीघाटी, खजुराहो, छत्तीसगढ उदयपुर आदि स्थानों पर शिविर लगा चुके हैं। भाग्योदय तीर्थ धर्मशाला के सामने सुबह 11 से शाम 4 बजे तक यह शिविर राेजाना लगेगा।
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