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मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
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आचार्य श्री १०८ विद्यासागर महाराज  जी के प्रवचनो को मुनि श्री १०८ संधानसागर जी महाराज ने हस्त लिखत किया है | प्रस्तुत हें आपके लिये सभी प्रवचन |

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आत्मा का स्वभाव जानना और देखना है | 29 मई २०२३ आचार्य श्री विद्या सागर जी महाराज के प्रवचन

आत्मा का स्वभाव जानना और देखना है | दाम बिना निर्धन दुखी, तृष्णा वस् धनवान | कहीं न सुख संसार में, सब जग देखलियों छान || राजा राणा छत्रपति हाथिन के अश्वार | मरना सबको एक दिन अपनी – अपनी बार || -  आचार्य श्री विद्यासागर महाराज   29/05/2023 सोमवार डोंगरगढ़ – संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ससंघ चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में विराजमान है | आज के प्रवचन में आचार्य श्री ने बताया कि एक बड़ा वृक्ष है जिसकी छाँव में बहुत सारी गाये आदि बैठे थे और वहाँ के वातावरण

आत्मविश्वास से हर कार्य संभव है | 26 मई २०२३

आत्मविश्वास से हर कार्य संभव है | सम्यग्दर्शन, सम्यग्ज्ञान और सम्यग्चारित्र मोक्षमार्ग में आवश्यक है | -  आचार्य श्री विद्यासागर महाराज 26/05/2023 शुक्रवार       डोंगरगढ़ – संत शिरोमणि 108 आचार्य श्री विद्यासागर महाराज ससंघ चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में विराजमान है | आज के प्रवचन में आचार्य श्री ने बताया कि विश्वास बहुत महत्वपूर्ण है चाहे वह आपके रिश्ते में हो या धर्म में | जब तक विश्वास होता है सब कुछ ठीक लगता है विश्वास में ही श्रद्धा, भक्ति, भाव निहित होता
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