Jump to content
नव आचार्य श्री समय सागर जी को करें भावंजली अर्पित ×
मेरे गुरुवर... आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज
  • entry
    1
  • comment
    1
  • views
    530

About this blog

इस ब्लॉग के जरिए आचार्य श्री जी के जीवन पर मेरे देर लिखे गए कविता एवम् दोहे आप पड़ सकते है।।

Entries in this blog

आचार्य श्री के चरण जब नाव पर पड़े

गुरुजी ने कल जो लीला दिखलाई उसे देखकर मेरा मन प्रफुल्लित हो उठा और उठी कलम✒ लिख डाली कुछ पंक्तियां।।  *डॉ ० विद्या मैडम🖊 (इटारसी)*  आज पुनः रामायण दुहराई, बिन मांगे नाव🛶 शरण में आई, चौदह 💰करोड़💵 का लालच छोडा , हुआ अहिंसक 🐄मन को मोड़ा, राम ने अहिल्या 🛶उपल की कीनी, तुमने 🙏नाव अहिंसक किनी।। दोहा:- देवगढ़ में चरण👣 पखारे आपके फिर बैठाया 🛶नाव, नदी 🚤नाव संयोग है आए मुंगावली गांव।। लेखिका:- डॉ ० *विद्या जैन* (रेट. प्रोफेसर) इटारसी(म. प्र)  *निवेदन* :- 🙏यह कविता *मु
×
×
  • Create New...