भारत सरकार द्वारा बंगाल के एक स्टेशन वर्धमान का नाम बदलकर बटुकेश्वर दत्त के नाम पर रखने की घोषणा की गई हम उससे सहमत नही है और इसी संदर्भ में कुछ पंक्तिया
हमको भी श्री बटुकेश्वर जी
दत्त वीर पर गर्व है
लेकिन उस पर राजनीति के
दांव लगाना व्यर्थ है
कोई इतिहास मिटा करके
ऐसे ना यूँ गुणगान करो
एक निवेदन वर्धमान का
बटुकेश्वर ना नाम करो
माना हमने वीर शहीद की
स्मृति बनाना गलत नहीं है
लेकिन वीर स्थली वर्धमान का
नाम बदलना सही नहीं है
आजादी से भी सैकड़ों वर्ष
पहले का ये ठिकाना है
इतिहास वर्धमान जिले का
लगभग 3000 वर्ष पुराना है
नाम बदलने से भूमि का
गौरव इतिहास नष्ट होगा
पहचान सभ्यता महत्व घटेगा
आमजन को भी कष्ट होगा
इससे बेहतर यह होता
कोई नई धरोहर बनवाते
या शहीद के घर परिजन का
आंगन संरक्षण करवाते
सम्मान देना तो ऐसे दो
उनके विचारों की उमंग भरो
श्री बटुकेश्वर जी के सपनों को
पूर्ण करना प्रारंभ करो
✍ पुष्पेन्द्र जैन नैनधरा सागर