गुरु की छाया में, शरण जो पा गया
उसके जीवन में, सुमंगल आ गया
गुरु कृपा सबसे बड़ा उपहार है।
गुरु है खेवन हार तो बेड़ा पार है।
प्रेम का पावन उजाला छा गया
उसके जीवन................
वो रचा है आती जाती श्वाँस में
वो बसा है प्राण में विश्वास में
शांति सुख अमृत कोई वरसा गया
उसके जीवन................
हमको क्या उनको हमारा ध्यान है।
गुरु हैं अपने देवता श्री भगवान हैं।
प्राणों का पंक्षी बसेरा पा गया
उसके जीवन में सुमंगल आ गया
गुरु की छाया...............