ओ पालन हारे छत्तीस गुण धारे,
तुमरे बिन हमरा कौनउ नाही,
हमरी उलझन, सुलझा दो भगवन्,
तुमरे बिन हमरा कौनउ नांही।
तुम्ही हम का हो सहारे,
तुम ही हमरे रख वाले ॥
तुमरे बिन हमरा कौनउ नांही।
सिवा तेरे ना, दूजा हमारा,
तू ही आकर के देता सहारा,
विपदा जो आये, पल में मिट जाये।
तुमरे बिन.................
हम गरीबो का तू है सहारा,
तूमको अपना समझ के पुकारा,
जग से जो हारा, तूने ही तारा,
तुमरे बिन................
तूने भक्तो के दुखड़ो को टाला,
हर मुसीबत से उनको निकाला,
भक्तो के प्यारे, आँखो के तारे,
तुमरे बिन............