जीवन तुमने दिया है सम्भालोगे तुम।
आशा हमें है विश्वास है,
हर मुश्किल से विधाता निकालोगे तुम ॥
जीवन तुमने दिया है सम्भालोगे तुम।
साये में हम आप ही के पले, सत्कर्म की राह पर हम चलें।
सारे जहाँ की भलाई करें, हम न किसी की बुराई करें।
इस दुनियाँ के दुःखों से बचालोगे तुम-2
आशा हमें है विश्वास है,
हर मुश्किल से विधाता निकालोगे तुम॥
जीवन तुमने दिया है सम्भालोगे तुम।।
हर-पल तुम्हारा अगर साथ है,
फिर भी हमको डरने की क्या बात है।
कठिनाइयों से न हारेंगे हम, तुमको हमेशा पुकारेंगे हम॥
अपने गले से हमें भी लगालोगे तुम-2
आशा हमें है विश्वास है,
हर मुश्किल से विधाता निकालोगे तुम ॥
जीवन तुमने दिया है सम्भालोगे तुम।
छाया कहीं तो कहीं धूप है, है नाम कितने कई रूप हैं।
हर साये में तुम समाये हुए, हम सब तुम्हारे बनाये हुए॥
हम जो रुठे कभी तो मनालोगे तुम-2
आशा हमें है विश्वास है,
हर मुश्किल से विधाता निकालोगे तुम ॥
जीवन तुमने दिया है सम्भालोगे तुम।