आचार्यश्री की प्रेरणा, प्रसाद व आशीष से संचालित प्रकल्प
- बुंदेलखण्ड का सिरमौर कुण्डलपुर में बड़े बाबा का विशाल पाषाण मंदिर निर्माण।
- नर्मदा के नाभि कुण्ड, रेवाप्तट नेमावर में सिद्धोदय सिद्धक्षेत्र का निर्माण (पंच बालयति एवं त्रिकाल चौबीसी मंदिर)।
- अतिशय क्षेत्र रामटेक (नागपुर,महाराष्ट्र) में विशाल पंचबालयति व चौबीसी पाषाण जिनालय।
- नर्मदा नदी का उद्गम स्थल अमरकंटक में सर्वोदय तीर्थ २४ टन वजन की धातु प्रतिमा व विशाल पाषाण मंदिर निर्माण
- चंद्रगिरि डोंगरगढ (छ, ग०) में विशाल पाषाण प्रतिमा व त्रिकाल चौबीसी का पाषाण युक्त मंदिर।
- परवारपुरा नागपुर (महाराष्ट्र) में विशाल पाषाण जिनालय।
- संस्कारधानी जबलपुर की पिसनहारी मढ़िया जी में भव्य नंदीश्वर रचना (१९९३ में पूर्ण)।
- रामपुरा, गोपालगंज व भाग्योदय तीर्थ सागर में पाषाण मंदिर निर्माण।
- बीना बारहा, कोनीजी (पाटन), बहोरीबंद, पनागर, थूवौन जी, ईशुरवारा एवं पजनारी आदि तीर्थ क्षेत्रों का विकास।
- सिलवानी (जिला-रायसेन) एवंटडा (जिला-सागर) में पाषाण निमित जिनालय।
- शीतलधाम विदिशा (पाषाण निर्मित समवसरण जिनालय), हबीबगंज भोपाल व पटनागंज (रहली में पाषाण मंदिर निर्माण कार्य प्रगति पर)।
- मानव सेवा का चिकित्सा संस्थान भाग्योदय तीर्थ सागर जहाँ सर्वसुविधा युक्त वार्ड, २५० बिस्तर अस्पताल, नर्सिग कॉलेज, फार्मेसी कॉलेज, डी० एम० एल० टी० कॉलेज, एम० आर० आई० व सीटी स्केन, कैथलैब आदि की सुविधा।
- ज्ञान संस्कारों की स्थली, प्रतिभास्थली में बी० एड०वस्नातकोत्तर उपाधि उच्च शिक्षा सम्पन्न बाल ब्रह्मचारिणी बहिनों द्वारा बालिकाओं का अध्यापन कार्य। आवासीय सुविधा युक्त-१,तिलवाराघाट जबलपुर (लगभग ८०० बालिकायें), २. रामटेक महाराष्ट्र (लगभग २०० बालिकायें) ३. चंद्रगिरि डोंगरगढ (छ. ग०) (लगभग २५० बालिकायें)।
- मध्यप्रदेश व अन्य प्रांतों में लगभग ३५० जैन पाठशालाओं में लगभग २५००० बालक/बालिकाओं को धार्मिक ज्ञान संस्कार पाने हेतु आशीष प्राप्त।
- दिल्ली में अनुशासन नाम से भाईयों के लिए प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान ।
- इंदौर में प्रतिभा प्रतीक्षा (कन्या आवासीय छात्रावास) ।
- प्रशासनिक प्रशिक्षण संस्थान, मढ़िया जी जबलपुर को शुभाशीष व मार्गदर्शन ।
- शांतिधारा दुग्ध योजना, बीना बारहा (सागर) में ५०० देशी गिर गाय का पालन व दुग्ध उत्पादन।।
- जीवदया के अभ्यारण्य दयोदय नाम से लगभग १३० गौशालाओं में एक लाख से ऊपर पशुधन शरण व संरक्षण प्राप्त तथा भोपाल में गोबर गैस फिलिंग प्लांट घरेलू रसोई गैस सिलेण्डर में।
- मूकमाटी महाकाव्य पर देश/विदेश से लगभग १००० समीक्षायें प्राप्त भारतीय ज्ञानपीठ दिल्ली से प्रकाशित पी-एच० डी शोध प्रबंध सहित।
- हथकरघा विकास व स्वरोजगार हेतु देश के ३५ स्थानों में १००० से अधिक भाई-बहिनों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
- अशुद्ध डिब्बा बंद हानिकारक खाद्य सामग्री से जनता की बचाने हेतु ‘पूरी मैत्री' का निर्माण।
- अतिशयक्षेत्र बहोरीबंद कटनी में श्री शांतिनाथ विद्यासागर आरोग्य केन्द्र की स्थापना, जिसमें लाखों गरीब मरीज नि:शुल्क स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं।
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